जलसंरक्षण एवं संवर्धन जरूरी
शासकीय डाॅ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग में स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत जलसंरक्षण एवं संवर्धन पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
मानव संसाधन विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार 15 सितंबर तक स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत जलसंरक्षण एवं संवर्धन तथा प्लास्टिक मुक्त वातावरण पर निबंध लेखन, समूह चर्चा तथा पोस्टर प्रदर्शनी आयोजित की गयी।
एक्वा क्लब की प्रभारी डाॅ. सुनीता गुप्ता ने बताया कि एक्वा क्लब की छात्राओं ने महाविद्यालय में छात्राओं को जल संवर्धन एवं नो प्लास्टिक पर जागरूकता अभियान चलाया। जल स्त्रोतों के विकास एवं जल की स्वच्छता पर संदेश दिया।
इस अवसर पर निबंध स्पर्धा तथा समूह चर्चा का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
‘‘जल संवर्धन एवं प्लास्टिक मुक्त वातावरण पर पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने 70 पोस्टर प्रदर्शित किए। प्रदर्शनी का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने किया। डाॅ. तिवारी ने अपने उद्बाधेन में कहा कि जल है तो कल है। जल बचाने एवं उसे स्वच्छ तथा संरक्षित रखने की महती आवश्यकता है। जलजनित रोगों की बढ़ती संख्या यह बताती है कि हम जल की स्वच्छता में लापरवाही बरतते है इसके लिए जागरूकता जरूरी है।
पोस्टर प्रदर्शनी में बी.एससी भाग-3 की इब्रत आफरीन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि एमएससी रसायन की विनिता साहू तथा बी.एससी-3 की कु. रेशमा बंछोर ने क्रमशः द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कु. पी. सृष्टि को विशेष पुरस्कार दिया गया। पोस्टर प्रदर्शनी के निर्णायक डाॅ. योगेन्द्र त्रिपाठी, डाॅ. ऋचा ठाकुर एवं डाॅ. ऋतु दुबे थी। एक्वा क्लब के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर जागरूकता अभियान संचालित करने का निर्णय लिया।