‘‘डिजिटल लाईब्रेरी पर कार्यशाला’’
शासकीय वा.वा.पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग में ई-लर्निंग के तहत डिजिटल लाईब्रेरी की उपयोगिता पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन ग्रन्थालय विभाग द्वारा किया गया। जिसमें महाविद्यालय की ग्रन्थपाल डाॅ. रीता शर्मा ने बताया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक विस्तार हुआ है जिसके अन्तर्गत ई-बुक्स और ई-जर्नल्स की उपयोगिता बढ़ी है।
विद्यार्थियों को देश-विदेश के पुस्तकालयों में उपलब्ध पुस्तकों से परिचित कराने एवं उसका लाभ दिलाने के उद्देश्य से महाविद्यालय का केन्द्रीय ग्रन्थालय लगातार प्रयासरत् है। वर्तमान में महाविद्यालय के पुस्तकालय में ई-बुक्स एवं ई-जर्नल्स की सुविधा उपलब्ध है।
इस कार्यशाला में काॅपी-किताब डाॅट काॅम के सौजन्य से ई-लाइब्रेरी के संबंध में सारगर्भित जानकारी विशेषज्ञों द्वारा दी गई। विडियों के माध्यम से लाइब्रेरी की उपयोगिता पर विशेषज्ञों ने छात्राओं एवं प्राध्यापकों को उपलब्ध सुविधाओं से अवगत कराया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि ई-लाइब्रेरी के माध्यम से हम अपने ज्ञान का विस्तार कर सकते है। दुर्लभ साहित्य और नये विज्ञान के ज्ञान को कम समय में प्राप्त कर सकते है। शोध के क्षेत्र में इसका बहुत महत्व है। जिससे हम नये-नये वैज्ञानिक तथ्यों से परिचित होते है। वहीं हमारे शोध में उपलब्ध साहित्य मददगार होता है।
महाविद्यालय ग्रन्थालय विकास समिति की संयोजक डाॅ. बबीता दुबे, सदस्य डाॅ. निसरीन हुसैन, डाॅ. साधना पारेख, डाॅ. अनुजा चैहान, डाॅ. यशेश्वरी धु्रव, डाॅ. मुक्ता बाखला ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रीय भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन श्रीमती रीता शर्मा, ग्रन्थपाल ने किया।