गल्र्स काॅलेज में
दुल्हन सजाओ तथा नृत्य स्पर्धा में
विभिन्न प्रांतों की संस्कृति की झलक
शासकीय डाॅ. वा. वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग में चल रही वार्षिक स्पर्धाओं के दूसरे दिन रोचक प्रतियोगिताओं में भारत की पारंपरिक संस्कृति को मंच पर प्रस्तुत किया। वहीं लोक संस्कृति की बानगी देखते ही बनती थी। साहित्यिक स्पर्धाओं में नवा छत्तीसगढ़ पर छात्राओं ने विचार रखें।
दुल्हन सजाओं प्रतियोगिता के अंतिम राउंड में 8 प्रतिभागियों ने पं. बंगाल, बिहार, जम्मू कश्मीर, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, गुजरात प्रदेश की दुल्हन वेशभूषा में प्रस्तुति दी। निर्णायक मंडल ने प्रत्येक से उस प्रदेश की परंपरा एवं वेशभूषा से संबंधित प्रश्न भी पूछे। जिसका बड़ी बेबाकी से छात्राओं ने जवाब दिया।
इसमें प्रथम स्थान पर कु. हर्षा सहारे, बी.ए. भाग-3, द्वितीय स्थान पर निकहत अंजुम एम.ए. एवं तृतीय स्थान पर सिमरन बी.एससी भाग-1 रहीं।
एकल एवं युगल तथा समूह नृत्य स्पर्धा में बड़ी संख्या में छात्राओं ने भागीदारी की।
इसमेें भी विभिन्न प्रांतों के पारंपरिक लोकनृत्यों के साथ ही देशभक्ति से ओतप्रोत नृत्य की बानगी देखते बनती थी। छत्तीसगढ़ी नृत्यों ने तो पूरा माहौल संगीतमय कर दिया। लोक परिधान में छात्राओं ने प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गीतों पर बेहतरीन प्रस्तुति दी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी डाॅ. ऋचा ठाकुर ने बताया कि इन स्पर्धाओं में विजेता प्रतिभागियों को वार्षिक उत्सव में प्रस्तुति का मौका मिलेगा। साहित्यिक स्पर्धाओं में नवा छत्तीसगढ़ सपने और संभावनाएँ विषय पर आयोजित परिचर्चा में कु. रूचि शर्मा ने प्रथम तथा कु. रानू एवं कु. हिमानी ने क्रमशः द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। वाद-विवाद प्रतियोगिता जिसमें कु. निकहत अंजुम एवं रानू ने प्रथम स्थान तथा कु. रूचि शर्मा एवं गरिमा सिंह ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
आज की स्पर्धाओं में डाॅ. रेशमा लाकेश, डाॅ. मिलिन्द अमृतफले, श्रीमती ज्योति भरणे, डाॅ. तृप्तिबाला एवं किरण वर्मा ने संयोजन एवं संचालन किया। कार्यक्रम में प्राध्यापकगण एवं छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित थी।