गल्र्स काॅलेज में
‘ज्वेलरी डिजाईनिंग’ पर कार्यशाला
शासकीय डाॅ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग में ‘ज्वेलरी डिजाईन में कॅरियर’ विषय पर कार्यशाला आयोजित की गयी।
इंस्टीट्यूट आॅफ ज्वेलरी डिजाईनिंग के द्वारा आयोजित कार्यशाला में इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर रश्मि गुप्ता द्वारा ज्वेलरी डिजाईनिंग के सर्टीफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्स की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
उन्होनें बताया कि आभूषण बनाना एक कला एवं व्यवसाय है। जिसमें रचनात्मकता का समावेश करने से वह सौन्दर्य का प्रतीक बन जाता है। उन्होनें डिजाईन की विभिन्न प्रतिकृतियों के माध्यम से सविस्तार चर्चा की। श्रीमती गुप्ता ने इसे कॅरियर के रूप में अपनाने तथा प्रशिक्षण की संबंधी विभिन्न संस्थाओं एवं पाठ्यक्रमों की जानकारी दी।
कौशल विकास केन्द्र प्रभारी डाॅ. बबीता दुबे ने बताया कि संस्था की श्रीमती विनिता गुप्ता ने भी ज्वेलरी और व्यक्तित्व विकास पर चर्चा की। इस अवसर पर प्रश्नोत्तरी सत्र रखा गया जिसमें छात्राओं ने आभूषणों से संबंधित प्रश्न पूछे और विशेषज्ञों से जानकारी प्राप्त की। अच्छे प्रश्नों पर संस्था के द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि कौशल विकास के जरिये स्वरोजगार एवं कॅरियर के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। ज्वेलरी डिजाईनिंग में प्रशिक्षित होने पर इससे रोजगार के बहुत से अवसर है।
कार्यशाला में 80 छात्राओं ने अपनी भागीदारी दी। इंस्टीट्यूट आॅफ ज्वेलरी डिजाईनिंग द्वारा छात्राओं के लिए प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की जा रही है। अंत में डाॅ. बबीता दुबे ने आभार व्यक्त किया।