गल्र्स काॅलेज में
विश्व एड्स दिवस पर विभिन्न आयोजन
सही जानाकरी और उचित सावधानी जरूरी:- डाॅ. तमेर
शासकीय डाॅ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताएँ एवं विशेषज्ञ चिकित्सक का संवाद रखा गया।
इस अवसर पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में शहर की सुप्रसिद्ध चिकित्सक डाॅ. उज्जवल तमेर ने छात्राओं को एड्स के विषय की जानकारी ही नहीं दी बल्कि संवाद के माध्यम से उनके प्रश्नों के जवाब भी दिए।
डाॅ. तमेर ने बताया कि तमाम वैज्ञानिक विकास के बावजूद आज भी एच.आई.वी.-एड्स एक लाइलाज बीमारी के रूप में कठिन चुनौती बना हुआ है। इससे बचाव का एक ही जरिया है- सहीं और सटीक जानकारी व उचित सावधानी बरतना।
उन्होनें बताया कि एचआईवी-एड्स के प्रति जागरूकता के अभियानों में सबसे ज्यादा यौन संबंधों को ही टारगेट किया जाता है लेकिन एचआईवी संक्रमण फैलने का केवल यही वजह नहीं है। संक्रमित खून या अन्य रक्त उत्पादों के इस्तेमाल भी कारण होते है।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति बीमारी से नहीं बल्कि अपने प्रति समाज के रवैये से ज्यादा भयमित एवं दुखी रहता है। यही वजह है कि 75 प्रतिशत एचआईवी पाॅजिटिव व्यक्ति अपने कामकाज की जगह पर अपनी बीमारी की बात छिपाकर रखते है। इसमें लिंग भेदभाव भी दिखाई देता है। इस बिमारी में गलतफहमियाँ, अज्ञानता इसे भयावह रूप दे देती है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डाॅ. रेशमा लाकेश ने एड्स के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए यूथ रेडक्राॅस द्वारा चलाये जा रहे है जागरूकता अभियान के विषय में जानकारी दी।
इस अवसर पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम कु. लक्ष्मी देवांगन बी.एससी.-2, द्वितीय कु. तब्बसुम एम.एससी-3 सेमेस्टर एवं तृतीय स्थान कु. पूजा निर्मलकर- बी.ए.-2।
निबंध प्रतियोगिता में प्रथम कु. सबीना बेगम-बी.एससी-3, द्वितीय रेशमा साहू-बी.एससी-2, तृतीय शिवकली मिरी-बी.एससी-2
भाषण प्रतियोगिता में प्रथम कु. भूमिका तिवारी एम.ए.-अर्थशास्त्ऱ, द्वितीय कु. रानू-बी.एससी-2 तथा तृतीय स्थान पर कु. मधु गौतम एवं शिल्पी शर्मा रहीं।
यूथ रेडक्राॅस की टीम ने नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया जिसमें एड्स से बचाव एवं सावधानियों पर महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदर्शित की। कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों को राज्य एड्स नियंत्रण समिति के द्वारा नगद पुरस्कार दिये गये।
कार्यक्रम के अंत में डाॅ. रेशमा लाकेश ने आभार प्रदर्शित किया। इस अवसर पर प्राध्यापक एवं छात्राये ंबड़ी संख्या मे ंउपस्थित थी।