शासकीय डाॅ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग में स्नातकोत्तर प्राणीशास्त्र विभाग के तत्वाधान में ‘अकादमिक सप्ताह’ का आयोजन किया गया। इसके अन्तर्गत सप्ताह के प्रतिदिन विभिन्न विषयों पर विशेष व्याख्यान तथा प्रतियोगिताएँ आयोजित की गयी।
इस आयोजन में वन्य प्राणियों के प्रति जागरूकता तथा जैव-विविधता के सम्बन्ध में प्रमुखता से जानकारी दी गई।
प्राणीशास्त्र की विभागाध्यक्ष डाॅ. निसरीन हुसैन ने बताया कि सप्ताह के प्रारंभ में छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध सर्प विशेषज्ञ मेजर गजेन्द्र सिंह का विशिष्ट व्याख्यान आयोजित किया गया जिसमें उन्होनें सर्प की विभिन्न प्रजातियों का विडियो के माध्यम से सविस्तार वर्णन किया। उन्होनें विषैले एवं विषहीन सर्पों की पहचान से भी छात्राओं को अवगत कराया। मेजर गजेन्द्र ने हाल ही में पकड़े गये सर्पों का भी प्रदर्शन कर उनके विषय में जानकारी दी।
भिलाई महिला महाविद्यालय की प्राध्यापक डाॅ. भवना पांडे ने सूक्ष्म जीवों के विषय पर अपना रोचक व्याख्यान दिया तथा शासकीय महाविद्यालय उतई की प्राध्यापक डाॅ. मधुलिका राॅय ने वन्य प्राणी संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किये।
सप्ताह के तीसरे दिन वाईल्ड लाईफ पर आधारित ‘पोस्टर मेकिंग’ स्पर्धा का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। स्पर्धा में प्रथम पुरस्कार एम.एसीसी प्रथम सेमेस्टर की कु. भगवती ने प्राप्त किया द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः कु. भानुमती एवं कु. तिलेश्वरी रहीं।
अगली कड़ी में सेंट थामस महाविद्यालय की प्राध्यापक डाॅ. जयश्री सुब्रमण्यम ने जैव-विविधता विषय पर व्याख्यान दिया। अकादमिक सप्ताह का सबसे महत्वपूर्ण एवं आकर्षण का केन्द्र छात्राओं द्वारा प्रस्तुत विभिन्न विषयों पर व्याख्यान रहा जिसका मूल्यांकन प्राध्यापकों ने किया। जिसमें प्रथम स्थान पर एम.एससी प्रथम सेमेस्टर की कु. अनपूर्णा रही, द्वितीय स्थान पर कु. तुकेश्वरी तथा तृतीय स्थान पर कु. आरती जायसवाल तथा कु. रीया यूल रही।
अकादमिक सप्ताह का समापन 15 अक्टूबर 2018 को हुआ। इस दिन ‘सेरीकल्चर’ पर विशेष व्याख्यान हुआ। शासकीय नार्गाजुन विज्ञान महाविद्यालय, रायपुर की प्राध्यापक डाॅ. रेणु महेश्वरी ने सेरीकल्चर पर सारगर्भित जानकारी छात्राओं को दी।
समापन समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने ‘अकादमिक सप्ताह’ की गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि छात्राओं के उत्साहवर्धक एवं प्रोत्साहन के लिये ये आयोजन काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। उन्होनें छात्राओं को पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रमों का संचालन डाॅ. लता मेश्राम ने किया।
प्राणीशास्त्र की प्राध्यापक अमिता बंजारे एवं कु. भगवती तथा कु. भानुमति ने प्रतियोगिताओं के संयोजन में सक्रिय भूमिका निभायी। इस अवसर पर बी.एससी. एवं एम.एससी की छात्राओं ने सहभागिता दी।