शासकीय डाॅ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग में चित्रकला एवं मूर्तिकला विभाग के तत्वाधान में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं को इको फ्रेंडली गणेश बनाना सिखाया गया। कार्यशाला का उद्घाटन महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष श्रीमती जयश्री समर्थ ने किया। उन्होनें छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण की महती जवाबदारी हमारी युवापीढ़ी को है। हमारी प्राचीन परंपराएँ एवं संस्कृति सदैव पर्यावरण के हित में रही हैं जो हमारी गलतियों से क्षरित हो रही है। यह कार्यशाला हमें बहुत ही सीख देती है।
कार्यशाला में सुप्रसिद्ध कलाकार राजेन्द्र सुगरिया, संघर्ष कुमार, नरेन्द्र साहू, ताकेश्वर सिंह ने छात्राओं को आसान तरीके से गणेश प्रतिमाएँ बनाना सीखाया साथ ही उन्हें प्राकृतिक रंगों से रंगा गया।
चित्रकला विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. योगेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि इस कार्यशाला में 300 छात्राओं ने भाग लिया तथा गणेश प्रतिमाएँ बनायी गयी।
डाॅ. त्रिपाठी ने बताया कि प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया गया तथा छात्राओं को बताया गया कि गणेश चतुर्थी में इन्हें अपने घर में स्थापित करें तथा अनंत चर्तुदर्शी को विसर्जन घर में ही बाल्टी में करें तथा उस पानी को गमलों में पौधों में डालें।
महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कार्यशाला को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण बताते हुए छात्राओं के प्रयासों की प्रसंशा की।
कार्यशाला का समापन छात्राओं द्वारा निर्मित सभी प्रतिमाओं को प्रदर्शित किया गया तथा सभी प्रशिक्षकों का महाविद्यालय परिवार द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यशाला में डाॅ. रोहिणी पाटणकर, श्रीमती कीर्ति शर्मा, डाॅ. ऋचा ठाकुर, डाॅ. अम्बरीश त्रिपाठी, ग्रीन आर्मी की रूचि शर्मा तथा छात्राओं ने सक्रिय सहभागिता दी।