शासकीय डाॅ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग में 7 दिवसीय टेक्सटाईल डिजाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के कौशल विकास केन्द्र एवं गृहविज्ञान विभाग के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यशाला में टेक्सटाईल डिजाइन के अन्तर्गत वस्त्र अलंकरण एवं परिधान निर्माण पर विशेष फोकस किया गया तथा प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला प्रभारी डाॅ. बबीता दुबे ने बताया कि इस सात दिवसीय कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक डाॅ. मृदुल चैरसिया, मिनीमाता पाॅलिटेक्निक काॅलेज, राजनांदगांव एवं श्रीमती सविता चैधरी, शास. पाॅलीटेक्निक, दुर्ग थी। छात्राओं को कार्यशाला में बांधनी कला, छपाई, स्प्रे, कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया गया।
छात्राओं द्वारा बनाये गये वस्त्रों की टेक्सटाईल आर्ट गैलरी में प्रदर्शनी लगाई गयी जिसका विषय विशेषज्ञों ने अवलोकन कर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय कलाकृतियों को पुरस्कार योग्य चुना।
कार्यशाला के समापन समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कौशल विकास केन्द्र के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि महाविद्यालय में नियमित रूप से प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जा रही है जो स्वरोजगार तथा कौशल उन्नयन के लिए लाभप्रद है।
कार्यशाला में श्रेष्ठ तीन प्रतिभागियों प्रस्तुति को पुरस्कृत किया गया।
कार्यशाला में गृहविज्ञान की 100 छात्राओं ने सहभागिता दी। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. बबीता दुबे ने किया। इस अवसर पर डाॅ. अमिता सहगल, डाॅ. अल्का दुग्गल, डाॅ. मीनाक्षी अग्रवाल, डाॅ. रेशमा लाकेश, डाॅ. रिमशा, डाॅ. शशि कश्यप उपस्थित थे।