शासकीय डाॅ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग में स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन प्रोग्राम आयोजित किया गया।
महाविद्यालय की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आई.क्यू.ए.सी.) के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में नवप्रवेशित छात्राओं को महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं, अध्ययन-अध्यापन संबंधी तथा शासन की विद्यार्थियों के लिए विभिन्न योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी गयी।
महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने नवप्रवेशित विद्यार्थियों को कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कदम रखते ही लक्ष्य निर्धारण एवं अध्ययन के प्रति एकाग्रता एवं समर्पण से ही सफलता अर्जित होती है। उन्होनें कौशल विकास को उच्च शिक्षा के लिए महती आवश्यकता बतलाते हुए महाविद्यालय द्वारा इस दिशा में किए जा रहे निरंतर प्रयासो की जानकारी देते हुए इसका लाभ उठाने को कहा।
आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ की संयोजक डाॅ. अमिता सहगल ने महाविद्यालय की शैक्षणिक एवं शैक्षणेत्तर गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी।
उन्होनें वार्षिक परीक्षा परिणामों की चर्चा करते हुए बताया कि हमारी छात्राओं ने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया है। बी.काॅम. प्रथम में 90 प्रतिशत, बी.एससी. प्रथम में 75 प्रतिशत तथा बी.ए. प्रथम में 67 प्रतिशत छात्राओं ने सफलता प्राप्त की है जो शिक्षकों एवं छात्राओं की मेहनत का परिणाम है।
महाविद्यालय की खेलकूद, ग्रंथालय, यूथ रेडक्राॅस, ग्रीन आर्मी, राष्ट्रीय सेवा योजना, मेडिकल सेंटर, कॅरियर गाइडेंस सेल, आॅनेस्टी काॅर्नर, कोचिंग कक्षाओं की सविस्तार जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डाॅ. ऋचा ठाकुर ने सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियों का उल्लेख किया। वहीं डेंगू उन्मूलन अभियान एवं मतदाता जागरूकता के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए सभी को सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का आव्हान किया।
कार्यक्रम में डाॅ. डी.सी. अग्रवाल, डाॅ. अनिल जैन, डाॅ. के.एल.राठी, डाॅ. निसरीन हुसैन, डाॅ. मीरा गुप्ता, डाॅ. शशि कश्यप, डाॅ. ऊषा चंदेल के साथ छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित थी।