शासकीय डाॅ. वा. वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गृहविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित छात्राओं को गृहसज्जा एवं गृहउपयोगी वस्तुएँ बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण उपरांत छात्राओं द्वारा बनाई गयी प्रदर्शनी लगाई गयी।
प्रभारी प्राध्यापक डाॅ. रेशमा लाकेश ने बताया कि छात्राओं के कौशल विकास को प्रोत्साहित करने एवं उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए विभाग द्वारा लगातार कार्यशालाएँ एवं प्रशिक्षण दिए जा रहे है।
कपड़े एवं रेगजीन से बने आकर्षक हैंड, बैग, पर्स, पिलो कव्हर, कढ़ाई के आकर्षक बेडसीट, पर्दें, शो केस हेतु संुदर कलाकृतियाँ, आभूषण बनाना छात्राओं ने सीखा। ‘वेस्ट मटेरियल से अधिकांश वस्तुएँ बनाई गयी। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती गोबर से बने गमले तथा कलाकृतियाँ आकर्षण का केन्द्र रही। कांच से बनी सुंदर वस्तुएं जिसमें कांच के गलास, दर्पण तथा बाउल थे। स्टोन पेंटिंग के अंतर्गत वेस्ट पत्थरों को पेंटिंग के द्वारा आकर्षक स्वरूप प्रदान किया गया।
गृहसज्जा प्रदर्शनी का उद्घाटन प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने किया। छात्राओं की रचनात्मक गतिविधियों की प्रसंशा करते हुए उन्होनें कहा कि यह कला रोजगारोपयोगी के साथ ही प्रतिभा की पहचान दिलाने वाली है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्राओं के लिए बहुउपयोगी है।
इस अवसर पर प्रदर्शनी में उपलब्ध वस्तुएँ विक्रय भी की गयी जिसे अच्छा प्रतिसाद मिला।