खेल मैदान की बतलाई आवश्यकता
शासकीय डाॅ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शिक्षक-अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। विद्यार्थियोें की अकादमिक प्रगति तथा महाविद्यालय की सुविधाओं एवं अध्यापन कार्य के मूल्यांकन और उसे बेहतर बनाने हेतु सुझावों के उद्देश्य विभिन्न विषयों के विद्यार्थियों के अभिभावकों की बैठकें आयोजित की गयी।
अभिभावकों से विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के लिए चर्चा कर रायशुमारी की गयी। अभिभावकों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों पर विचार-विमर्श कर उनके क्रियान्वयन के लिए कार्ययोजना बनाई गयी।
महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने महाविद्यालय के नियमित पठन-पाठन, सतत मूल्यांकन, खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, पुस्तकालय, प्राध्यापकों की छात्रवृत्ति हेतु संचालित मोर नोनी योजना तथा भूतपूर्व छात्राआंै द्वारा प्रारंभ छोटी बहन योजना जिसमें वे निर्धन विद्यार्थियों को आर्थिक सहयोग देती है की जानकारी दी।
कौशल विकास हेेतु किए जा रहे प्रयासो तथा कार्यशालाओं जिनमें कुकिंग, ब्यूटीशियन कोर्स के विषय में बताया गया। गणित विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. अनुजा चैहान ने बताया कि महाविद्यालय में स्थायी मेडिकल सेंटर है जिसमें समय-समय पर चिकित्सक अपनी सेवायें देते है। स्त्रीरोग विशेषज्ञ, दंत चिकित्सक, मनोरोग काउंसलर की भी उपस्थिति इस सेंटर में है जिससे छात्राओं को काफी लाभ हो रहा है।
डाॅ. के.एल.राठी ने महाविद्यालय में संचालित ‘‘आनेस्टी काॅनर्र’’ के माध्यम से स्टेशनरी सामग्री उपलब्ध कराने की जानकारीदी।
अभिभावकों ने भी बैठक में अपने विचार रखे। उनका मानना था कि महाविद्यालय द्वारा छात्राओं के व्यक्तित्व विकास के लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे है जो सराहनीय है। अभिभावकों ने खेलकूद की गतिविधियों की प्रसंशा करते हुए परिसर में एक अच्छा सुविधायुक्त खेलमैदान की कमी बतायी। प्राध्यापकों के व्यवहार एवं अध्यापन कार्य को संतोषजनक बताते हुए अभिभावकों ने महाविद्यलय की सुरक्षा व्यवस्था को अच्छा बताया।
गणित विषय की छात्राओं के अभिभावको ने कम्प्यूटर साईंस विषय प्रारंभ करने का सुझाव दिया। जिस पर प्राचार्य ने कहा कि इस विषय के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। अभिभावकों ने महाविद्यालय परिसर का भ्रमण किया और विभिन्न विभागों की गतिविधियों को देखा। अंत में डाॅ. अनुजा चैहान ने आभार व्यक्त किया।